Hindi Poem on Dussehra: दशहरा (Dussehra) का महत्व हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण है और इसे भारत के विभिन्न हिस्सों में विशेष उत्सव और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
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इस त्योहार का महत्व निम्नलिखित कारणों से है:
- रामायण के महत्वपूर्ण प्रसंग के अनुसार: दशहरा का मुख्य महत्व रामायण के एक प्रसंग से जुड़ा है, जिसमें प्रभु राम ने रावण, एक बुरे राक्षस और दुष्ट व्यक्ति, को विजयी बनाया। इस तरह, दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और लोग इसे मनाकर बुराई का अंत करने की प्रेरणा लेते हैं।
- रामलीला और रावण दहन: दशहरा के दिन लोग रामलीला का प्रदर्शन देखते हैं, जो रामायण की कहानी का एक भाग होता है। इस दिन, रावण का पुतला तारीक तरीक से बनाकर फूंका जाता है, जिससे बुराई के प्रति विजय का संकेत मिलता है।
- मां दुर्गा की पूजा: दशहरा के दिन, भगवान शिव की पत्नी और नवरात्रि के आखिरी दिन के रूप में मां दुर्गा की पूजा भी की जाती है।
दश्हेरा पर हिन्दी कविता (Hindi Poem on Dussehra)
नवरात्रि की पावन बेला,
लग रही है खुशियों की मेला।
कदम कदम पर दुख की भार ,
लग गई मां की दरबार |
भक्तों की भीड़ है भारी ,
सजी पंडालो में जो है ।
है अनोखी है मनोहरी,
मां की छवि निराली है।
सदियों से सुनी जो कहानी है,
कथा शिव सती की ।
पार्वती आदि शक्ति है जो ,
दुर्गा ही वह नारी है।
लेकर जनों पर जन्म ,
किया धरती पर अपना आगमन ।
संघार किया दुष्टों का,
मां तुझको है मेरा नमन।
शक्ति बनी तू शिव की ,
प्रकाष्ठा है तू भक्ति की ।
मां की धुन में लीन है जो ,
द्वार नहीं कोई दूजा मुक्ति की।
नौ रूपों में विराजमान मां,
बिगड़े बना दे तू ही।
तुझ में समया सारा जग संसार ,
सुख-दुख की भंवर में फंसीं लगा दे नैया तू पार।
दुर्गा लड़ी दुर्गमासुर से ,
राम ने किया रावण का सर अलग उसके धड़ से ।
भय मुक्त किया धरती को,
वानर सेना जीत गई लंकेश्वर से।
बुराई पर अच्छाई की जीत,
विजयादशमी है इसी की प्रतीक।
अधर्म पर धर्म की विजय,
मां का होगा दिव्याअवतार निश्चय।।
By Geet
दश्हेरा क्यूँ हिन्दुयों के लिए महत्वपूर्ण होता है:
दशहरा, जो भारत में एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है, रामायण की प्रसिद्ध कथा के आधार पर मनाया जाता है। इस त्योहार को अलग-अलग तरीकों से अलग-अलग स्थानों पर बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य बुराई पर अच्छाई की विजय को याद रखना है।हिन्दी कविता
Hindi Poem on Dussehra: दशहरा का महत्व रामायण के एक प्रसंग से जुड़ा है, जिसमें प्रभु राम ने रावण, जो एक राक्षस था और बुरा व्यक्ति था, को विजयी बनाया। इस कथा के अनुसार, प्रभु राम ने अपनी पत्नी सीता मां को रावण के प्रभावित हवाले से बचाने के लिए लंका जाकर रावण को सम्हारा। यह समारोह दशहरा के रूप में मनाया जाता है।
दशहरा के दिन, लोग रामलीला नामक नाटक देखते हैं, जो रामायण की मुख्य घटनाओं पर आधारित होता है। रावण को प्रतिकात्मक रूप से जलाया जाता है, जो बुराई को दूर करके अच्छाई की विजय को साबित करने का प्रतीक है।
दशहरा भारत में विभिन्न रूपों में अलग-अलग प्रदेशों में मनाया जाता है, और लोग इस दिन माँ दुर्गा की पूजा भी करते हैं। यह त्योहार धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है और बुराई पर अच्छाई की विजय के महत्व को प्रदर्शित करता है।
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