लड़का एक ऐसा शब्द एक ऐसा नाम की हमारे जन्म लेते ही सोच लेते हैं कि हमारी जिम्मेदारी संभालने वाला आ गया, बचपन से ही जिम्मेदारियां का बोझ हम पर डालना | Ladkon ki kahani नामक इस हिंदी कविता को पढ़ने के बाद आप कही भावुक ना हो जाएं उससे पहले मैं बता दूं। इस कविता को पढ़ने के बाद शेयर जरूर करें।
Table of contents
इतनी सारी जिम्मेदारियां हमारे कंधों पर दी जाती हैं ना हम अपना दर्द किसी से कह सकते हैं,ना रो सकते हैं, क्योंकि हम लड़के हैं जनाब अकेले में रो सकते हैं| लेकिन सबके सामने नहीं रो सकते |
क्योंकि यह जमाने का दस्तूर कहता है कि तुम लड़के हो तुम रो नहीं सकते. लड़का जब पैदा होता है घर वाले खुशियां मनाते हैं ,एक बार असफल होने पर रिश्तेदारों के ताने पिता का उदास चेहरा मां का वह आंसू भारा आंख देख कर ही दिल टुट जाता हैं.
किस्मत तकदीर से भी जब हार जाते हैं तो पीछे मुड़कर भी देखेंगे तो कोई साथ देने वाला नहीं। क्योंकि सबका यही कहना होता है कि तुम लड़के हो तुम रो नहीं सकते तुम कुछ कह नहीं सकते |
इन्हीं सब बातों को चुनकर एक कविता की माला में बुनकर आप सबके बीच Merizindgi.in लाए हैं ।
आप सबके बीच एक कविता लड़के की हर दर्द को इस कविता Ladkon ki Kahani के माध्यम से बताएगी की कैसे हर एक अजीब परीक्षा से एक लड़के को गुजरना पड़ता है.
जिनका बचपन खेल कूद में बीत गया हो उन पर इतनी सारी जिम्मेदारियां इतना सारा बोझ लेकर चलना सबको खुश रखना|
Ladkon ki Kahani MeriZindgi ki Jubani:
इस कविता के माध्यम से आप जान पाएंगे इतनी सारी मजबूरियां इतनी सारी परेशानियों के बाद भी सब कुछ लेकर चलना निभाना।
भले ही कह दें की फिक्र से आजाद हैं। लेकिन लड़के ही जानते हैं कि वह कितने फिक्र से आजाद हैं। जब मां से दूर होना पड़ता है,कमाने के लिए तब एक बेटे पर क्या गुजरती है।
इस कविता के माध्यम से आप जान पाएंगे इतनी सारी मजबूरियां इतनी सारी परेशानियों के बाद भी सब कुछ लेकर चलना निभाना।
किसी से कुछ ना कहना इस कविता Ladkon Ki Kahani के हर एक शब्द से हर एक लाइन से आपको एक लड़के जिंदगी की हर वह परेशानी हर वह मजबूरियां की एक लड़का होना इतना आसान नहीं होता।
कुछ कविताएं आप जरूर पढ़ना चाहेंगे जैसे पहली नज़र पर हिंदी कविता (Poem on First Love)
जितना यह समाज समझता है, अपने सपने को भी मारना पड़ता है घर वालों को खुश रखने के लिए तो आईये शुरू करते हैं यह कविता लड़कों की कहानी कविता जो लिखी गई है Merizindgi.in के द्वारा तो लिए शुरू करते हैं।
आपको इस कविता से लड़के लोगों की हर उसे समस्या हर उसे तकलीफ की कुछ ना कुछ तो पता लगेगा ही की लड़का होना इतना भी आसान नहीं होता।
लड़कियां रोयगी तो मम्मी पापा संभालने वाले मिल जाएंगे, लेकिन हम रोएंगे तो मम्मी पापा भी कहेंगे बेटा तुम लड़के हो तुम कैसे रो सकते |
कभी-कभी जीवन में जब हार का सामना करना पड़ता है तो हर लड़के के दिल से आवाज आती है काश पापा गले लगा कर यह कह दें कोई नहीं तुम कर लोगे मेहनत करो तुम कर लोगे|
लेकिन पापा का वह उदास चेहरा देखकर ही अंदर से दिल टूट जाता है फिर भी किसी को ना जताना|
लड़का होना इतना भी आसान नहीं होता इस कविता के माध्यम से आप हर उसे कठिनाइयों को जान पाएंगे जो एक लड़का अपने जीवन में उसे रास्तों से गुजरता है|
उन कठिन रास्तों पर गुजरकर हर अपनी सपना को मार कर सब जिम्मेदारियां को लेकर चलना लड़का होना इतना भी आसान नहीं |
तो शुरू करते हैं लड़कों की कहानी कविता को पढ़ने के बाद अगर पसंद आए तो आप शेयर करना ना भूले।
लड़कों की कहानी हिंदी कविता
खेलकूद में बीता बचपन, जिम्मेदारी बढ़ी छिन गया लड़कपन, बोझ लगती है यह सब, बढ़ रही है समय का रुखापन |
जिंदगी ने रुख है बदला, हो गया सब अब सपना, मासूमियत से उभरे हैं, जाने कहां कहां है नपना ||
कहते हैं फिक्र से आजाद हैं, हम लड़कों की दुनिया, जानेंगे कब ये ............ हमारी दर्द भरी मजबूरियां |
सुनने में लगती है प्यारी, हम जैसे की किसे कहानी, किसी से कुछ कह ना पाए, जिम्मेदारियां हैं यह हम पर भारी ||
निकले घर से सब छोड़ कर, सुख से नाता तोड़कर, सब के चेहरे उतरे हैं, हम देखें जब-जब मुड़कर |
है परीक्षा अजीब हमारी, बिखर पड़ी है दुनियादारी दे जवाब हम किन्हे , निभती नहीं अब ये रिश्तेदारी ||
आंसू भी अब छुप ना पाए, तकदीर से हैं धोखा खाए, वक्त के साथ बदल गया। पीछे जो हम छोड़ आए।।
WRITTEN BY GEET / COMPOSED BY AJAY GUPTA
Ladkon ki kahani के इस पड़ाव पर आपको इस Hindi kavita से लड़के लोगों की हर उसे समस्या हर उसे तकलीफ की कुछ ना कुछ तो पता लगेगा ही की लड़का होना इतना भी आसान नहीं होता।
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